Sunday, 24 January 2021
Family Reunion
Monday, 18 January 2021
Urdu vocabulary कलाम में जलाल है
बिस्मिल्लाह हिररहमा निर रहीम, इयाका न बोदो व इयाका नस ता यिन ।
सारे क़ुरान को समेत के 3 आयात में बंद कर रहा हु।
नही तो हमेशा 9 लिए तबाही और बर्बादी मुकदर बन जाएगी।
जिस मज़मून में वजन डाला है, वो
क्या मुराद है ।
एक नया फलसफा ..गुल पोशी, एका की बात करना,
दिने इब्राहिम, क्या और क्यो , लोग क्या खाना है, क्या पहनना है, ...यूट्यूब , फेसबुक , व्हाट्सएप्प का जमाना है।
तखलिखि जेहन, मज़रूफिउत, फ़लसफ़ा, इज़ाज़त लेना, मसला क्या है, हक़ है, मुंतज़िर, बेबसी, इंतहा, मुहब्बत बाटो, बुरे को बुरा कहना कौन से बड़ी बात है, माज़रा क्या है, फ़लसफ़ा, बदमिजाज, बदअमनी, या अली मदद, माजल्लाह, अदब, मुतहम, सहाबा, नबूवत, चिराग, दरहक़ीक़त, हिकमत, मसरूफ, जायका, नियत पर शक,
Mother knowledge ...
जइफी जोर पे आई , हुए बेदस्त पा अकबर। खिदमते खल्क ( social service).
हुकमे वक्त से मुतालबा, फ़िरकापरस्त ताकते अमन को नुकसान पहुचाना चाहते है।
मौका फ्रायम कैसे किया गया।
बदबख्त (अभागा )
दिलों को मोड़ने का काम अल्लाह का है, हमारा काम अल्लाह की राह में सच्ची कोशिश करना है।
ज़बाने ख़ल्क़ ( voice of the people ) नक्कारा ए खुदा समझो।
एक हो जाएँ तो बन सकते है खुर्शीदो मुबीं
वरना इन बिखरे हुए तारों से क्या बात बने ।
तलाक़ दे तो रहे हो गुरूर ओ कहर के साथ
मेरा शबाब भी लौटा दो मेरे महर के साथ
इंसान अशरफुल मख़लूक़ात है।
'बर्बाद गुलिस्तां करने को बस एक ही उल्लू काफी है/ हर शाख पे उल्लू बैठें हैं अंजाम ऐ गुलिस्तां क्या होगा। '
गुनाह कर के कहा छुपायेगा ग़ालिब, ये जमीन और आसमा सब उसी का है।
ताउम्र ग़ालिब ये भूल करता रहा, धूल चेहरे पर थी और अयना साफ करता रहा।
राहत इंदौरी साहब :
अगर खिलाफ है होने दो, जान थोड़ी है।
ये सब धुआँ है कोई आसमान थोड़ी है ।
लगेगी आग तो आएँगे घर कई ज़द में
यहाँ पे सिर्फ़ हमारा मकान थोड़ी है
मैं जानता हूँ के दुश्मन भी कम नहीं लेकिन
हमारी तरहा हथेली पे जान थोड़ी है
हमारे मुँह से जो निकले वही सदाक़त है
हमारे मुँह में तुम्हारी ज़ुबान थोड़ी है
जो आज साहिबे मसनद हैं कल नहीं होंगे
किराएदार हैं ज़ाती मकान थोड़ी है
सभी का ख़ून है शामिल यहाँ की मिट्टी में
किसी के बाप का हिन्दोस्तान थोड़ी है ।
अल्लह ने मुझे इतनी इज्जत दी । जो मैंने कभी सोचा नही था।हाथ जोड़ कर में आपका शुक्रिया करता हूँ ।
जिम्मेवारी के तकाजे, एहसासे शर्मिंदगी,
हम आह भी करते है तो हो जाते है बदनाम, वो कत्ल भी करते तो चर्चा नही होती।
अपने रिश्ते को अल्लाह से मजबूत करना है।
अजमाईस से इंसान का दिमाग तगड़ा हो जाता है। मुश्किल वक्त से गुजरने से इंसान मज़बूत हो जाता है। आराम की ज़िंदगी दे दो इंसान को , वो तबाह हो जाता है। बर्बाद हो जाता है।
हर अमल का रद्देमल होता है, दहशतगर्दी, मोज़ाक़रात , आशिके रसूल है, मोख्तसर में, अफरात को ये किसी फर्द को, मोतलबे को मनवाने के लिए तसदुद का रास्ता इख़्तेयार करे, आपने जो ज़िक्र किया, किराया का जंग , तहकीकात कर सके, मोलविज़ है, किसने बनाई थी ये TLP, सियासी नज़रियात का सब को हक़ हासिल है, मुल्क की आईंन के मुताबिक, दुसरो की जिंदगी को मफलूज़ ( अपंग ) कर दे, हमारा मसला ये है,
गुमराही का रास्ता, हिदायत का रास्ता,