Saturday, 15 March 2025

नर्व्स की समस्या और न्यूट्रिलाइट सैल्मन ओमेगा-3, न्यूट्रिलाइट नैचुरल बी और न्यूट्रिलाइट प्रोटीन पाउडर

नर्व्स की समस्या और न्यूट्रिलाइट सैल्मन ओमेगा-3, न्यूट्रिलाइट नैचुरल बी और न्यूट्रिलाइट प्रोटीन पाउडर

अगर आपको नसों से जुड़ी समस्या (जैसे झनझनाहट, सुन्नपन, जलन, कमजोरी, दर्द या न्यूरोपैथी) हो रही है, तो Nutrilite Salmon Omega-3, Nutrilite Natural B और Nutrilite Protein Powder का सेवन आपके लिए फायदेमंद हो सकता है।

1. Nutrilite Salmon Omega-3 – नर्व हेल्थ के लिए फायदेमंद

✔ नसों की सूजन कम करता है – इसमें EPA और DHA होते हैं, जो नर्व डैमेज और सूजन को कम करने में मदद करते हैं।
✔ नर्व सेल्स को रिपेयर और मजबूत करता है – जिससे झनझनाहट और कमजोरी में सुधार आता है।
✔ ब्रेन और नर्व फंक्शन सुधारता है – नर्व सिग्नल ट्रांसमिशन बेहतर करता है, जिससे मेमोरी और फोकस भी बढ़ता है।
✔ न्यूरोपैथी और नसों की कमजोरी में असरदार – खासतौर पर डायबिटिक न्यूरोपैथी या चोट से हुई नर्व डैमेज में मदद करता है।

2. Nutrilite Natural B – नसों की ताकत बढ़ाने के लिए जरूरी

✔ इसमें B-कॉम्प्लेक्स विटामिन्स (B1, B6, B12, B9) होते हैं, जो नसों की मरम्मत और कार्यक्षमता को सुधारते हैं।
✔ झनझनाहट और सुन्नपन कम करता है, खासकर B12 की कमी से होने वाली नर्व डैमेज में।
✔ ऊर्जा बढ़ाता है और नर्वस सिस्टम को एक्टिव रखता है, जिससे कमजोरी और थकान कम होती है।
✔ ब्रेन और नर्व्स को पोषण देता है, जिससे डिप्रेशन और तनाव भी कम हो सकता है।

3. Nutrilite Protein Powder – नर्व सेल्स को रिपेयर और मजबूत करने में मददगार

✔ नर्व सेल्स को रिपेयर और रीजनरेट करता है – क्योंकि प्रोटीन अमीनो एसिड का स्रोत है, जो नसों के निर्माण में अहम भूमिका निभाता है।
✔ शरीर की कमजोरी और थकान को दूर करता है, जिससे नर्व हेल्थ को सपोर्ट मिलता है।
✔ मसल्स और नसों को मजबूती देता है, जिससे नर्व फंक्शन बेहतर होता है।
✔ शुगर लेवल को बैलेंस रखता है, जिससे डायबिटिक न्यूरोपैथी में फायदा हो सकता है।

कैसे करें इनका सही उपयोग?

✔ Nutrilite Salmon Omega-3 – दिन में 1-2 कैप्सूल खाने के बाद लें।
✔ Nutrilite Natural B – दिन में 1-2 टैबलेट लें नाश्ते के साथ।
✔ Nutrilite Protein Powder – 1-2 स्कूप दूध या पानी में मिलाकर सुबह या शाम पिएं।

नसों की समस्या को जल्दी ठीक करने के लिए अन्य सुझाव:

✔ हरी सब्जियाँ, नट्स (बादाम, अखरोट), बीज (अलसी, चिया) खाएँ।
✔ नियमित योग और हल्की एक्सरसाइज करें, खासतौर पर ब्रिदिंग एक्सरसाइज और हल्की स्ट्रेचिंग।
✔ पर्याप्त नींद लें और तनाव से बचें।
✔ गुनगुने पानी से नहाएँ या हल्की मसाज करें, जिससे ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होगा।

मेरी शुभकामनाये।

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